Tuesday, December 03, 2019

इंटरनेट कैसे काम करता है ? internet work kaise karta hai

Hi friends, आज के दौर में इन्टरनेट का प्रयोग आम है। आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि यदि सिर्फ एक दिन के लिए पूरी दुनिया से इन्टरनेट हटा दिया जाये तो कैसी तहलका मच जाएगी।
सच पुछा जाये तो इन्टरनेट आज के समय में एक अतिमहत्वपूर्ण हमारी ज़िन्दगी का हिस्सा बन चूका है। इन्टरनेट का प्रयोग तो हम सभी करते हैं किन्तु क्या आप जानते हैं की यह कैसे काम करता है।
आज के लेख में हम इन्टरनेट के बारे में तकनिकी विश्लेषण करेंगे।

परिचय : इन्टरनेट क्या है?

यदि आपसे पुछा जाए कि दुनिया का सबसे विशाल नेटवर्क क्या है तो आप क्या जवाब देंगे? यदि आपका जवाब ‘इन्टरनेट’ है तो आप सही हैं। जीहाँ! दुनिया का सबसे विशाल नेटवर्क इन्टरनेट का ही है।
हिंदी भाषा में इसे अंतरजाल कहा जाता है इसे आप internal network भी कह सकते हैं। इन्टरनेट सूचना तकनीक की सबसे आधुनिक प्रणाली है। इसके जरिये ही आज विभिन्न कंप्यूटर नेटवर्कों का एक विश्वस्तरिय समूह खड़ा हो पाया है।

तकनिकी विश्लेषण : इन्टरनेट


साधारण शब्दों में यदि कहें तो दो या दो से अधिक कंप्यूटरों का आपस में जुड़ना ही इन्टरनेट है। यह एक ऐसा महाजाल है जहाँ पर सभी नेटवर्क एक दुसरे से जुड़े हुए हैं। आप जो अभी मेरा ये लेख पढ़ रहे हैं यह इन्टरनेट के कारण ही संभव हो पाया है जिसके कारण आप मुझसे जुड़ पाए हैं।
आपस में जुड़े हुए कई कम्पुटरों का connectivity है इन्टरनेट। Router और Server के जरिये एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर में इस नेटवर्क से सूचनाएँ आदान – प्रदान की जाती है। मतलब यह server के माध्यम से किसी कंप्यूटर को एक साथ जोड़ता है।
इन्टरनेट डाटा को अलग – अलग जगहों से TCP/IP (इन्टरनेट के चलने के नियम) का इस्तेमाल करके पूरी दुनिया के कंप्यूटर्स में संचारित करता है। इसतरह पूरी दुनिया के कंप्यूटर्स का आपस में जुड़ना global network कहलाता है।
हमें अपने कंप्यूटर में इन्टरनेट सर्विस प्राप्त करने के लिए किसी internet service provider से connection लेना पड़ता है। यह connection केबल के माध्यम से या wireless माध्यम से हमारे सिस्टम में access होता है।
आपने वेब होस्टिंग का नाम तो सुना होगा और यदि आप कोई साईट ऑपरेट करते हैं तो आप इस शब्द से भलीभांति परिचित होंगे लेकिन क्या आप जानते हैं कि वेब होस्टिंग जहाँ वेबसाइट की डाटा स्टोर होती है वह कैसे होती है?
दुनिया के जितने भी वेबसाइटस हैं उनकी सारी डाटा नेट में ही स्टोर या सेव किया जाता है।

कैसे काम करता है : इन्टरनेट


इन्टरनेट की गति को तीव्र करने के लिए बहुत से शोध किये गये जिसमे से एक खोजी गयी आधुनिक तकनीक है optical fiber cable। इसी तकनीक के कारण हम आज fast internet उपयोग कर पा रहे हैं।
Optical Fiber Cable तकनीक एक ऐसा तकनीक है जिसमे लाखों किलोमीटर की लम्बाई वाले optical fiber cable को समुन्द्र में बिछाया जाता है। अधिकतम इन्टरनेट use इसी माध्यम से होता है, लगभग 90 प्रतिशत। समुंद्री जहाज के लंगर के द्वारा केबल को कोई नुकसान ना पहुंचे इस कारण से 24 घंटे केबल की निगरानी के लिए कई टीम बनायीं गयी है।
कभी केबल में कोई नुकसान पहुँचता है या कोई खराबी होती है तो इन टीमों के द्वारा इस खराबी को तुरंत ठीक कर दिया जाता है।
इन्टरनेट कैसे काम करता है इसे मैं आपको आसान भाषा में समझाता हूँ। eServer जहाँ पर दुनिया की सारी information save रहती है। इस information को internet service provider हमें सर्वर के जरिये भेजता है और PC/Mobile के browser से हम इस information को search करते हैं।
Internet पर information/data पूरी दुनिया में घूमता रहता है। ये डाटा text, image, mp3, video आदि रूपों में होता है।

इन्टरनेट से जुड़े शब्दावली

TCP (Transmission Control Protocol): TCP इन्टरनेट प्रोटोकॉल के साथ काम करता है जो परिभाषित करता है कि कंप्यूटर एक दुसरे को डाटा के पैकेट कैसे भेजते हैं। इसी के द्वारा निर्धारित किया जाता है की इन्टरनेट में पैकेट डाटा का उपयोग कैसे किया जा सकता है। दो कंप्यूटरों के बीच सूचना का स्थानांतरण और संचार संभव इसी के कारण हो पता है।
IP address (Internet Protocol address): यह एक contact address की तरह होता है। इसी तरह कंप्यूटर की दुनिया में IP address एक पता है जिसके माध्यम से विभिन्न information इन्टरनेट पर exchange किये जाते हैं। आसान भाषा में यदि कहें तो जितने भी devices हैं जिसपर इन्टरनेट चलते हैं उन सभी devices की अलग – अलग id होती है इसे ही IP address कहा जाता है। इसी address से router को पता चलता है कि डाटा कहाँ भेजना है।
HTTP (hyper text transfer protocol): इन्टरनेट का कोई भी डाटा सर्वर से ब्राउज़र तक http language में ही पहुँचता है। इस http language को ब्राउज़र अपनी भाषा में अनुवाद कर लेता है जिसे हम पढ़ सकें।
LAN (Local area network): इसका उपयोग स्थानीय स्तर पर काम करने के लिए किया जाता है जैसे घर, कार्यालय, स्कूल इत्यादि जगहों पर। इस नेटवर्क का उपयोग दो या दो से अधिक कंप्यूटरों को जोड़ने के लिए किया जाता है। Example –Ethernet, Wi-Fi.
MAN (Metropolitan area network): इसका उपयोग सिटी नेटवर्क को कनेक्ट करने के लिए किया जाता है अर्थात एक शहर से दुसरे शहर को जोड़ने के लिए इसी नेटवर्क का उपयोग किया जाता है। यह एक उच्च गतिवाला नेटवर्क है। Example – City cable networks।
WAN (Wide area network): इसका प्रयोग एक देश को कनेक्ट करने के लिए किया जाता है। इसमें लम्बी दूरी की communication क्षमता होती है। इस नेटवर्क में पूरा देश की सभी साईटें कवर हो सकती है। Example – Mobile phone, Satellite

इन्टरनेट से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • 1969 ई। में इन्टरनेट इस दुनिया में कदम रख चूका था।
  • इन्टरनेट से सन्देश भेजने के एक तरीका को हम ईमेल के नाम से जानते हैं।
  • इन्टरनेट से सूचनायें खोजने के लिए हम search engines का प्रयोग करते हैं।
  • Us department of Defence ने ARPANET प्रोजेक्ट के जरिये इन्टरनेट की नींव रखी।
  • 1969 ई। में ARPANET नाम का नेटवर्क चार कंप्यूटरों को जोड़कर बनाया गया था।
  • इन्टरनेट की सुविधा टेलीफोन लाइन और सेटेलाइट के जरिये दिया जाता है।
  • भारत में सन 1995 में VSNL (Videsh Sanchar Nigam Limited) के द्वारा इन्टरनेट सेवा की शुरुआत आम लोगों के लिए की गयी थी।
  • भारत में बनी पहली ईमेल साईट का नाम Rediffmail रखा गया था।

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